बायोकेमिस्ट्री में कॅरियर के अवसर -
जनसंख्या वृद्धि, तनावपूर्ण जीवन एवं असंतुलित खानपान के कारण मानव जाति अनेक प्रकार के रोगों का सामना कर रही है। हर दिन कोई न कोई रोग नया दिखाई दे ही जाता है। इन सभी को ध्यान में रखते हुए देश-विदेश में अनेक शोध एवं अनुसंधान कार्य चलाए जा रहे हैं, जिससे इन रोगों की गहराई से जाँच हो सके। इसके लिए विज्ञान के नये संकाय विकसित हो रहे हैं, जहाँ पर शोध कार्य किया जा सकता है.
जैव रसायन में अनेक शोध व अनुसंधान कार्य किए जाते हैं। जीव के जन्म एक कोशिकीय शरीर से लेकर सम्पूर्ण जटिल कोशिकीय जीव बनने तक का अध्ययन अर्थात् एक कोशिका के निर्माण, परिवर्धन से उनकी कार्य प्रणाली इसके अन्तर्गत आने वाले सभी जैविक अण्डों का अध्ययन किया जाता है. इसमें मानव शरीर अन्य जीव जन्तुओं, पेड़ - पौधों या इन पर हानिकारक प्रभाव डालने वाले कीड़े - मकोड़ों, जीवाणुओं तथा विषाणुओं के बारे में अध्ययन कर जैव रसायन से इन्हें जोड़कर प्राणियों को स्वस्थ रखने तक का अध्ययन किया जाता है। ये अनेक प्रकार के जैव-रसायनों का निर्माण करते हैं, जिससे जीवों को रोगों से छुटकारा मिल सके साथ ही अपना स्वस्थ जीवन जी सकें। इन कारणों से ही बायोकैमिस्ट्री की फार्मास्यूटिकल, पशु चिकित्सा, डेयरी व चमड़ा उद्योग में महत्वपूर्ण भूमिका है।
वर्तमान में जैव रसायन विशेषज्ञों की मांग देश में ही नहीं, अपितु विदेशों में भी बहुत तेजी से बढ़ रही है। जिन लोगों ने जैव रसायन के अन्तर्गत बायो-केमिकल, जेनेटिक्स, कोशिका विज्ञान शोध व अनुसंधान में विशेषता हासिल की है, उन लोगों के लिए कॅरियर के अनेक अवसर खुले हुए हैं। बायोकेमिस्ट्री में स्नातक एवं स्नातकोत्तर दोनों स्तरों पर प्रशिक्षण पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं।
- हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार
- मेरठ विश्वविद्यालय, मेरठ
- जी. बी. पंत कृषि विश्वविद्यालय, नैनीताल
- जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली
- दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
- कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय , कुरुक्षेत्र
- जामिया मीलिया विश्वविद्यालय
Happy Learning... :)
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